रामचरितमानस सोलहवीं शताब्दी संत गोस्वामी तुलसीदास द्वारा हिन्दी में रचित प्रसिद्ध महाकाव्य है जिसके नायक मर्यादापुरुषोत्तम श्रीराम हैं। इस ग्रन्थ को हिन्दी साहित्य की एक महान कृति माना जाता है। भारत में इसे लोगों को अपना जीवन श्रेष्ठ बना कर जीने के लिए एक अत्यंत विश्वसनीय आधार बताया है।
इतिहास में पहली बार जनता को एक ऐसा ग्रन्थ मिला जिसका वो तत्परता से अध्ययन व मनन-चिन्तन कर सकें, गायन कर सकें और मंच पर नाटक (रामलीला) कर सकें। वर्तमान में फिल्मों का और टेलीविजन के धारावाहिकों का एक प्रमुख विषय बन गया है। यह पुस्तक मानव जीवन श्रेष्ठ बनाने के लिए रामचरितमानस के दोहों व चौपाइयों का अर्थ सहित संकलन है।
लेखक के बारे में:
श्री एम० सी० शर्मा का जन्म सन् 1931 में राजस्थान के पवित्र शहर अजमेर में हुआ। सन् 1953 में आगरा विश्व विद्यालय से भीतिकी और इलैक्ट्रोनिकी में एम० एस० सी० की परीक्षा प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की। सन् 1955 में इन्हें भारत सरकार ने वैज्ञानिक पद पर नियुक्त किया। इन्होंने विदेश मंत्रालय से 1986 में डिप्टी डायरेक्टर के पद से स्वैच्छिक सेवा निवृत्ति ली। फिर इनकी इलैक्ट्रानिक और कम्प्यूटर पर हिन्दी और अंग्रेजी में लिखी अनेक पुस्तकों का इलैक्ट्रानिक और कम्प्यूटर पर पुस्तकों के प्रसिद्ध प्रकाशक बीपीबी पब्लिशर द्वारा प्रकाशित की गई जिनमें डेस्कटॉप पब्लिशिंग ओन पीसी पुस्तक पर भारत सरकार द्वारा भारतेन्दु हरिश्चंद्र पुरस्कार मिला और कम्प्यूटर-एक पूर्ण परिचय पुस्तक पर भारत सरकार की काउन्सिल फौर टेक्निकल एजुकेशन का प्रथम पुरस्कार मिला। अंग्रेजी में लिखी पुस्तक You Too Can be Cheated प्रसिद्ध प्रकाशक पुस्तक महल द्वारा प्रकाशित की गई।
अंग्रेजी में पुस्तक Better Life, Guidelines by Ramcharitmanas और हिन्दी की पुस्तक श्रेष्ठ जीवन-रामचरितमानस द्वारा मार्गदर्शन, मानव जीवन को बेहतर बनाने का प्रयास है।