Dharma-Darshan ka Swaroop (Especially for UPSC Main Exam, BPSC Main Exam, NTA-UGC/NET -JRF, UPHESC (Asst. Prof.), RPSC (Asst. Prof.), B.A., M.A. NEP -2020 and other Competitive Exams of Philosophy)
Dharma-Darshan ka Swaroop (Especially for UPSC Main Exam, BPSC Main Exam, NTA-UGC/NET -JRF, UPHESC (Asst. Prof.), RPSC (Asst. Prof.), B.A., M.A. NEP -2020 and other Competitive Exams of Philosophy) - Hardcover is backordered and will ship as soon as it is back in stock.
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Pages : 736
Edition : 1st
Size : 5.5" x 8.5"
Condition : New
Language : Hindi
Weight : 0.0-0.5 kg
Publication Year: 2023
Country of Origin : India
Territorial Rights : Worldwide
Reading Age : 13 years and up
HSN Code : 49011010 (Printed Books)
Publisher : Motilal Banarsidass Publishing House
About the Book:
यह पुस्तक लेखक द्वारा संघ लोक सेवा आयोग एवं विभिन्न राज्य लोक सेवा आयोग के पाठ्यक्रम के आधार पर संकलित की गई है। जिसमें मुख्य परीक्षा के पाठ्यक्रम तथा संपूर्ण विषय वस्तुओं को सारगर्भित रूप से मूल्यांकित करते हुए, उनके प्रत्येक आयाम को सिनॉप्सिस एवं फ्लोचार्ट के माध्यम से अध्यारोपित करने का प्रयास किया गया है। आवश्यकता अनुसार प्रत्येक स्थान पर तुलनात्मक आधार को ध्यान में रखते हुए फ्लो चार्ट बनाया गया है। यह पुस्तक मुख्यतः संघ लोक सेवा आयोग राज्य लोक सेवा आयोग के साथ-साथ नई शिक्षा नीति (N.E.P-2020) में हुऐ बदलाव को आधार बनाकर स्नातक एवं स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम को संकलित किया गया है। जिसमें विगत 10 वर्षों के संघ लोक सेवा आयोग एवं राज्य लोक सेवा आयोग तथा विभिन्न विश्वविद्यालयों के स्नातक एवं स्नातकोत्तर स्तर के प्रश्नों को अध्यायवर संकलित किया गया है।
About the Author:
डॉ० अवधेश यादव (असिस्टेंट प्रोफेसर) दर्शनशास्त्र विभाग, लक्ष्मीबाई कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय में कार्यरत हैं। लेखक ने अपनी संपूर्ण शिक्षा स्नातक, स्नातकोत्तर एवं पी.एच.डी. काशी हिंदू विश्वविद्यालय वाराणसी से उत्तीर्ण की है। लेखक ने यू.पी.एस.सी. के मुख्य परीक्षा एवं बी.पी.एस.सी / यू.पी.पी.एस. सी. की मुख्य परीक्षा उत्तीर्ण करने के पाश्चात् आई.सी.पी. आर. (जे.आर.एफ) के साथ यू.जी.नेट (जे. आर.एफ) की परीक्षा उत्तीर्ण किये हैं। विगत 12 वर्षों से देश के विभिन्न कोचिंग संस्थानों में पठन-पाठन में कार्यरत भी रहें हैं। लेखक द्वारा लिखित करीब 2 दर्जन से अधिक शोध-पत्र देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों नेशनल एवं इंटरनेशनल सेमिनार तथा देश की प्रतिष्ठित शोध पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुके हैं। साथ ही लेखक की 13 पुस्तकें विभिन्न प्रकाशन से प्रकाशित हो चुकी है।